प्रमुख विटामिनों के रासायनिक नाम
प्रमुख विटामिनों के रासायनिक नाम एवं विटामिन की कमी से होने वाली बीमारियाँ
प्रमुख विटामिनों के रासायनिक नाम
विटामिन |
रासायनिक नाम |
विटामिन A |
रेटिनॉल |
विटामिन B1 |
थायमिन |
विटामिन B₂ |
राइबोफ्लेबिन |
विटामिन B3 |
नियासीन |
विटामिन B5 |
पेन्टोथीनिक अम्ल |
विटामिन B6 |
पायरीडॉक्सीन |
विटामिन B7 |
बायोटिन |
विटामिन B12 |
सायनोकोबालामिन |
विटामिन C |
एस्कार्बिक अम्ल |
विटामिन D |
कैल्सिफेरॉल |
विटामिन E |
टोकोफेरॉल |
विटामिन K |
फिलोक्विनोन |
विटामिन की कमी से होने वाली बीमारियाँ - प्रत्येक विटामिन की भूमिका और लक्षण जानें
विटामिन आवश्यक पोषक तत्व हैं जिनकी हमारे शरीर को कम मात्रा में आवश्यकता होती है लेकिन स्वास्थ्य पर इनका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। किसी भी आवश्यक विटामिन की कमी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ और बीमारियाँ हो सकती हैं। इस ब्लॉग में, आइए जानें कि जब शरीर में कुछ विटामिन की कमी होती है तो क्या होता है और उनकी कमी से क्या विकार होते हैं।
1. विटामिन ए (रेटिनॉल)
कार्य: दृष्टि, प्रतिरक्षा प्रणाली और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण।
कमी से होने वाली बीमारियाँ:
रतौंधी
सूखी आँखें (ज़ेरोफ्थाल्मिया)
त्वचा संबंधी विकार
2. विटामिन बी1 (थायमिन)
कार्य: तंत्रिका कार्य और ऊर्जा उत्पादन में मदद करता है।
कमी से होने वाली बीमारी: बेरीबेरी
3. विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन)
कार्य: सेलुलर ऊर्जा उत्पादन, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सहायता करता है।
कमी से होने वाले रोग:
मुँह के कोनों पर दरारें (चेलाइटिस)
जीभ में सूजन (ग्लोसाइटिस)
4. विटामिन बी3 (नियासिन)
कार्य: पाचन, त्वचा और तंत्रिका तंत्र को सहायता प्रदान करता है।
कमी से होने वाले रोग: पेलाग्रा - दस्त, त्वचा पर चकत्ते और मानसिक भ्रम का कारण बनता है।
5. विटामिन बी6 (पाइरिडोक्सिन)
कार्य: हीमोग्लोबिन उत्पादन और मस्तिष्क के विकास में शामिल है।
कमी के लक्षण: एनीमिया, चिड़चिड़ापन, अवसाद
6. विटामिन बी9 (फोलिक एसिड)
कार्य: नई कोशिका निर्माण और भ्रूण के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
कमी से होने वाले रोग: एनीमिया, शिशुओं में न्यूरल ट्यूब दोष
7. विटामिन बी12 (सायनोकोबालामिन)
कार्य: तंत्रिकाओं की रक्षा करता है और लाल रक्त कोशिका निर्माण में सहायता करता है।
कमी से होने वाले रोग: मेगालोब्लास्टिक एनीमिया, थकान, याददाश्त कमज़ोर होना
8. विटामिन सी (एस्कॉर्बिक एसिड)
कार्य: रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, घाव भरने और कोलेजन निर्माण में मदद करता है।
कमी से होने वाले रोग: स्कर्वी - मसूड़ों से खून आना, थकान, संक्रमण में वृद्धि
9. विटामिन डी (कैल्सीफ़ेरोल)
कार्य: मज़बूत हड्डियों के लिए कैल्शियम अवशोषण में मदद करता है।
कमी से होने वाले रोग:
रिकेट्स (बच्चों में)
ऑस्टियोमैलेशिया (वयस्कों में)
10. विटामिन ई (टोकोफ़ेरोल)
कार्य: कोशिकाओं की सुरक्षा करता है, त्वचा के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता का समर्थन करता है।
कमी के लक्षण: मांसपेशियों में कमज़ोरी, प्रजनन संबंधी समस्याएँ
11. विटामिन के
कार्य: रक्त के थक्के जमने के लिए ज़रूरी।
कमी के लक्षण: अत्यधिक रक्तस्राव, घाव भरने में देरी