द्वितीय पंचवर्षीय योजना
प्राथमिकता भारी एवं आधारभूत उद्योग थे
अध्यक्ष- जवाहरलाल नेहरू
उपाध्यक्ष- वी.टी. कृष्णमाचारी
प्रारूप- प्रशांत चंद्र महालनोबिस
आदर्श वाक्य- तेजी से औद्योगिकरण
यह योजना सार्वजनिक क्षेत्र के विकास और तेजी से औद्योगिकरण पर केन्द्रित थी।
लक्ष्य वृद्धिदर- 4.5 प्रतिशत थी
वास्तविक विकास दर- 4.27 प्रतिशत
कुल बजट- 48 अरब रूपये
द्वितीय पंचवर्षीय योजना के कार्यक्रम और जो उपलब्धियां प्राप्त हुई -
1.कुछ प्रमुख हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट लाए गए जो निम्नानुसार है-
Ø भिलाई इस्पात प्लांट ( छत्तीसगढ़) सोवियत संघ की मदद से
Ø दुर्गापुर इस्पात प्लांट (पश्चिम बंगाल) ब्रिटेन की मदद से
Ø राहुकेला इस्पात प्लांट (उड़ीसा) पश्चिम जर्मनी की मदद से। Rahukela Steel Plant(Orissa) with assistance from West Germany.
2. अखिल भारतीय खादी और ग्राम उद्योग बोर्ड की स्थापना की गई।
All India Khadi and Village Industries Board was established.
3. 2 अक्टूबर 1959 में राजस्थान के नागौर में पंचायती राज कार्यक्रम शुरू किया गया। .
Panchayati Raj program was started in Nagaur, Rajasthan on 2 October 1959.
4. टाटा इंस्टीटयूट ऑफ फंडामेंटल रिचर्स एंड एटामिक एनर्जी कमीशन ऑफ इंडिया को अनुसंधार के रूप में स्थापित किया।
Tata Institute of Fundamental Research and Atomic Energy Commission of India established as research institutes.
5. प्रतिभाशाली युवा छात्रों को परमाणु ऊर्जा में काम करने हेतु प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिभा खोज और छात्रचृत्ति प्रोग्राम चालू किया गया। .
Talent search and scholarship programmes were initiated to train talented young students to work in nuclear energy.
वी.आर. शेनॉय जोकि प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे उन्होंने इस योजना पर कहा ‘’भारी औद्योगिकरण को बढ़ावा देने के लिए घाटे के वित्त पोषण पर निर्भरता परेशानी का एक नुस्खा था।‘’
Reliance on deficit financing to promote industrialisation was a recipe for trouble.”